Premanand Maharaj on Masturbation: 'दिन में 5-6 बार हस्तमैथुन करता हूं; प्रेमानंद महाराज के सामने रोने लगा युवक

'दिन में 5-6 बार हस्तमैथुन करता हूं, अब पूरा शरीर कांपता है'; प्रेमानंद महाराज के सामने रोने लगा युवक, बाबा ने कहा- ये तो मरने की स्थिति

Premanand Maharaj Says About Young Man Masturbation Bad Habit Video

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Premanand Maharaj on Masturbation: वृंदावन वाले विश्वविख्यात संत प्रेमानंद जी महाराज के पास हर रोज देशभर के कोने-कोने से हजारों लोग पहुंचते हैं। इस दौरान जहां लोग महाराज जी के दर्शन करते हैं तो वहीं एकांतिक वार्तालाप में उनसे अपने जीवन की व्यथा भी कहते हैं और अपनी परेशानी या किसी बात से उभरने का रास्ता पूछते हैं। जहां इसी वार्तालाप में प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचे एक युवक ने उनसे हस्तमैथुन से छुटकारा पाने को लेकर सवाल किया. युवक महाराज जी के सामने अपनी व्यथा कहते हुए रोने लगा।

'दिन में 5-6 बार हस्तमैथुन करता हूं, अब पूरा शरीर कांपता है'

युवक ने प्रेमानंद महाराज से कहा कि, मैं अपनी हस्तमैथुन की क्रिया (Masturbation Habit) को नहीं छोड़ पा रहा हूं। दिन में कई बार हस्तमैथुन करता हूं। पूरे दिन में 5-6 बार हस्तमैथुन हो जाता है। जिससे अब पूरा शरीर कंपन करता है। पूरी शक्ति खो चुका हूं। वहीं युवक ने प्रेमानंद महाराज से कहा कि, अब पशु जैसा जीवन हो गया है। उसने बताया कि, वह हस्तमैथुन करने के साथ-साथ तंबाकू-गुटखा और भांग-सिगरेट का बहुत नशा भी करता है।

हस्तमैथुन करो Height बढ़ेगी

इस बीच युवक ने प्रेमानंद महाराज को हस्तमैथुन (Masturbation) करने से Height बढ़ने वाली बात बताई। जिसे सुन प्रेमानंद महाराज भी हैरान रह गए। युवक ने प्रेमानन्द महाराज को बताया कि, मैं सेना की भर्ती देख रहा था तो उस दौरान मेरी हाइट कम थी। तब कुछ लड़कों ने सलाह दी कि, हस्तमैथुन करो, जिससे हाइट बढ़ जाएगी। इसके बाद से मैं ज्यादा से ज्यादा हस्तमैथुन करने लग गया। मैं लंबे समय से हस्तमैथुन करता आ रहा हूं।

प्रेमानंद महाराज ने कहा- अब मरोगे नहीं तो और क्या होगा

युवक की बात सुन प्रेमानंद महाराज चौंक गए थे। उन्होंने कहा कि, ऐसा करना बहुत गलत है, अब कैसे हम समझाएँ। प्रेमानन्द महाराज ने कहा कि, जब 40 किलो अन्न (भोज-पेय पदार्थ) हमारे शरीर में पचता है तब जाके एक संतान उत्पन्न करने के योग्य उतना वीर्य बनता है। जब आप उस वीर्य को दिन में कई बार हस्तमैथुन द्वारा निकालोगे तो मरोगे नहीं और क्या होगा। प्रेमानन्द महाराज ने युवक से कहा कि, आपने अपना जीवन पूरी तरह से बेकार कर लिया है।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि, अभी शरीर कंपन ही कर रहा है। कुछ समय में डिप्रेशन, दिमाग में दर्द, हाथ-पैर और कमर में दर्द, कुछ अच्छा न लगना, किसी काम में रुचि न होना और उत्साह का मर जाना। इससे सबसे पीड़ित हो जाओगे। पूरा जीवन बेकार होकर रह जाएगा। प्रेमानन्द महाराज ने कहा कि, इस तरह हस्तमैथुन करने से ऐसा क्रम बन जाएगा कि न करने पर भी अपने आप हो जाएगा। यह बहुत गलत आदत है।  

प्रेमानंद महाराज ने कहा- हर तरह से मरना हो जाता है

प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि, हस्तमैथुन (Masturbation) एक ऐसी क्रिया है कि जिसकी आदत से हर तरह से मरना हो जाता है। ये मौत आने से भी बदतर है। उसमें फिर भी व्यक्ति एक बार में मर जाता है। लेकिन इसमें हर पल में वो मरता है। उसके जीवन में कोई खुशी ही नहीं रहती। विचित्र स्वाभाव हो जाता है। हर वक्त उसी एक चीज का बस चिंतन होता है। किसी से मिलने का मन नहीं होता है। हर तरफ निराशा छा जाती है।

प्रेमानंद महाराज ने युवक से कहा कि, आप जब इतना वीर्य नष्ट कर रहे हो तो भला कैसे अपने जीवन में स्वस्थ हो पाओगे। इसमें क्षणिक मात्र सुख का अहसास होता है। जिसके चक्कर में व्यक्ति बार-बार इसे करने की आदत बना लेता है। जीवन को नष्ट करने वाली इस खुशी के दलदल में फंसकर वह असली आनंद को जान ही नहीं पाता है।

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प्रेमानंद महाराज ने कहा- कसम खाओ, अब नहीं करोगे

प्रेमानंद महाराज ने युवक को अच्छे और पवित्र आचरण करने और भगवान का नाम जपने की सलाह दी। इसके साथ ही युवक को कसम दिलाई कि वह अब से हस्तमैथुन की क्रिया नहीं करेगा और नशा भी छोड़ देगा। वह अब से नियमपूर्वक जीवन जिएगा। तभी उसका जीवन बच सकता है। प्रेमानंद महाराज ने कहा कि, वह निराश न हो। अगर वह सुधर जाएगा तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। अभी भी उसके पास समय है। वह उसके साथ हैं।

प्रेमानंद जी महाराज की दोनो किडनी खराब

राधारानी के परम भक्त प्रेमानंद जी महाराज के बारे में लोग ताज्जुब खाते हैं। बीते 17-18 सालों से महाराज जी की दोनो किडनी खराब हैं। लेकिन फिर भी महाराज जी के जीवंत और अद्भुत स्वरूप को देखा जा सकता है। दोनो किडनी खराब होने के बाद भी उनके चेहरे का तेज देखते ही बनता है। आज घर-घर प्रेमानंद जी महाराज को सुना जा रहा है और उनके बारे में चर्चा की जा रही है। लोग यह कहने पर मजबूत हैं कि आज के समय में अगर कोई असली संत है तो वह प्रेमानंद जी महाराज हैं।

प्रेमानंद महाराज सीधी और स्पष्ट बात बोलते हैं। चाहें भले ही वह लोगों को कड़वी लगे। महाराज जी के प्रवचनों ने आज पूरे देश और दुनिया में एक नई लहर सी ला दी है। क्या युवा और क्या बड़े सब प्रेमानंद जी महाराज को सुनना चाह रहे हैं, उनके दर्शन करना चाह रहे हैं। प्रेमानंद जी महाराज के मुखमंडल से निकला एक-एक शब्द लोगों को आकर्षित कर रहा है और उनमें अच्छे बदलाव की भावना को जाग्रत कर रहा है।

प्रेमानंद महाराज का पूरा नाम क्या?

प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) का पूरा नाम प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज है। उनका जन्म कानपुर के एक गांव में हुआ था। प्रेमानंद महाराज 13 साल की उम्र में ही रात 3 बजे घर से संन्यास के रास्ते में चलने के लिए भाग आए थे। उस समय वह कक्षा 9 में पढ़ते थे। इसके बाद वह कभी घर नहीं लौटें और अपना पूरा जीवन भगवान को समर्पित कर दिया। उन्होंने शुरुवात में संन्यास के कई साल भगवान शिव में लीन होकर काशी में बिताए। इसके बाद वह वृंदावन आ गए और राधारानी के परम भक्त हो गए।